जल शक्ति अभियान केन्द्रीय नोडल अधिकारी रविन्द्र प्रताप सिंह ने जल शक्ति अभियान काम की समीक्षा की, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
Date: 4 July, 2024
सीकर 4 जुलाई। केन्द्रीय नोडल अधिकारी एवं संयुक्त सचिव रविन्द्र प्रताप सिंह ने गुरूवार को जिले में जल शक्ति अभियान की कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक ली। बैठक में उन्होंने जल शक्ति अभियान व केच द रेन 2024 के लक्ष्य व स्वीकृत कार्यों की विभागवार समीक्षा कर जिन विभागों ने कार्य नहीं लिए उन विभाग के अधिकारियों को कार्य अतिशीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
केन्द्रीय नोडल अधिकारी रविन्द्र प्रताप सिंह ने बैठक में जल शक्ति अभियान, कैच द रैन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की समीक्षा कर दिए गए लक्ष्य को समय से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में जल ग्रहण विभाग, वन विभाग, पंचायतीराज, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जल संसाधन, कृषि, उद्यान, नगर परिषद व नगरपालिका सहित विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की।
जिला कलेक्टर ने बैठक में बताया कि जिले में 23 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा है। हरित सीकर अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए गौशालाओं के संचालकों,कोचिंग संचालकों, धर्मगुरूओं ,व्यापार संघ के साथ बैठक आयोजित की गई है जिसमें उन्होंने अभियान में सकारात्मक सहयोग करने का प्रशासन को आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि जिले के दांता में प्रगतिशील कृषक सुण्डाराम द्वारा कृषि की नवीन तकनिकी से एक लीटर पानी से पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फतेहपुर में वन विभाग की भूमि पर धामण घास तैयार करवाई जा रही है।
जिला परिषद सीईओ नरेन्द्र सिंह पुरोहित ने कहा कि जल शक्ति अभियान केंद्र व राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में एक है, जिसके तहत जल शक्ति अभियान चलाया गया है। उन्होंने जल संरक्षण के तहत जिले में किए जाने वाले कार्यों के टारगेट का हवाला देते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे निर्धारित लक्ष्यों को तयसमय में पूरा करें। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के लिए पौधारोपण, चारागाह, सोखते गड्ढों, वाटर स्ट्रक्चर सहित विभिन्न कार्यों का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और कार्यों का परिणाम लाभ के रूप में धरातल स्तर पर दिखाई देना चाहिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर रणजीत सिंह, केन्द्रीय नोडल अधिकारी शशान्क प्रताप सिंह वैज्ञानिक—सी केन्द्रीय भू जल बोर्ड पश्चिमी क्षेत्र जयपुर, अधीक्षण अभियन्ता वाटरशेड रमेश कुमार मीणा, पीएचईडी चुन्नी लाल भास्कर, डीएफओ रामावतार दूधवाल, नगर परिषद अधीशाषी अभियन्ता प्रतिभा, संयुक्त निदेशक कृषि रामनिवास पालिवाल, उपनिदेशक उद्यान हरदेव सिंह बाजिया, अधीशाषी अभियन्ता मनरेगा रमजान अली, भू—जल वैज्ञानिक दिनेश शर्मा आदि मौजूद रहे।